
कहीं कत्ल तो कहीं बेवफाई कभी लालच तो कभी बोरियत ने रिश्तों की बलि चढ़ाई ,शादियों का चलन होगा अब खत्म ना ही किसी को फ्रीज में तो ना ही किसी को ड्रम में होना है बंद। जी हां शादी जैसे पवित्र बंधन पर अब ग्रहण छा गया है। लड़के हो या लड़कियां दोनों ही शादी जैसे बंधन में बंधने से खौफ खा रहे हैं और वजह है रिश्ते में आती दरार ,अब वह चाहे अरेंज मैरिज हो या फिर लव -दोनों ही रिश्तो का नहीं है कोई अंत।
कभी बेवफाई के शक में हत्या तो कभी महंगे शौक पूरे नहीं करने को लेकर खत्म हो रही जिंदगियां। कभी प्रेमी से पति बने व्यक्ति को नए प्रेमी संग मिल खूनी खेल को दिया जा रहा अंजाम तो कहीं कोई किसी और तीसरे की एंट्री के कारण पत्नी को कूकर में पकाने लग जा रहा।मामले रूह कंपाने वाले हैं और अब ऐसा भी नहीं कहा जा सकता की इन मामलों के पीछे जिम्मेदार मां-बाप हैं क्योंकि अब भारत जैसे देश में भी लव मैरिज मां बाप ने बच्चों की करनी शुरू कर दी है। इंटर कास्ट का चलन भी शुरू हो गया है,मगर अफसोस की रिश्तों की डोर इतनी कमजोर है की प्रेम विवाह हो या फिर परिवार के पसंद से व्याह.. रिश्तों में कब कौन खलनायक बन जाए कोई ठिकाना नहीं रहा।
और यही कारण है कि तलाक के मामलों के साथ रिश्तों के साथ जीवन साथी को खत्म करने के मामले भी बढ़ते जा रहे हैं । और अब एक शोध के बाद बड़ा खुलासा हुआ है ,आने वाले समय में शादियां बंद हो जाएंगी। लोग शादी नहीं करेंगे | रिपोर्ट में जो जानकारी दी गई है वह चौंकाने वाली है, भारत में जहां शादी एक अटूट बंधन मानी जाती है लेकिन इस रिपोर्ट में यह दावा किया गया है की कुछ सालों के भीतर शादी का चलन खत्म हो जाएगा.. लड़के लड़कियां शादी नहीं करेंगे। अब धीरे-धीरे बदलती परिस्थितियों के अनुसार समाज में कई बड़े बदलाव देखने को मिल रहे हैं। कई जगहों पर शादी की अवधारणा भी बदल रही है. एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अगले 75 साल यानी करीब 2100 तक शादी की अवधारणा खत्म हो जाएगी।
भारतीय संस्कृति में शादी पति-पत्नी के बीच का एक अटूट बंधन और रीति-रिवाजों से जुड़ा एक पवित्र रिश्ता है लेकिन अब धीरे-धीरे इस अटूट रिश्ते में बिखराव की खबरें आ रही हैं. इतना ही नहीं, कई मामलों में तो पति-पत्नी के बीच मामूली मतभेद भी तलाक तक पहुंच जा रहे हैं. दूसरी ओर, सोशल मीडिया पर डेटिंग, लिव-इन रिलेशनशिप, ये सभी संस्कृतियां जो विदेशों तक ही सीमित थीं, अब भारत तक पहुंच चुकी हैं।
विशेषज्ञों के मुताबिक अब महिलाएं स्वतंत्र रहना चाहती हैं,अपने करियर में रुकावट नहीं चाहती जिम्मेदारी से बोझिल होने से बच रही हैं वही पुरुष भी पैट्रियारकी को बदलती महिलाओं के साथ रहने से कई बार इंकार कर दे रहे। इतना ही नहीं बल्कि रिश्तों में आते दरार तलाक और पार्टनर संग हो रहे क्रूरता को देख लड़के लड़की घबराएं हुए हैं किसी पर भरोसा नहीं कर पा रहे।
और इसीलिए वो शादी नहीं चाहते इन सबका नतीजा अब आने वाले वक्त में ये होगा कि अगले छह-सात दशकों में यानी लगभग 2100 करीब 75 साल बाद तक शादी की अवधारणा ख़त्म हो जाएगी तब तक कोई शादी नहीं करेगा|वहीं, लिव-इन रिलेशनशिप और मैरिटल अफेयर भी बढ़ रहे हैं जिसके कारण विवाह की आवश्यकता खत्म होती जा रही है| अध्ययनों के अनुसार, इस समय धरती पर 8 अरब लोग रहते हैं, आने वाले दिनों में इन आंकड़ों में काफी बदलाव आएगा| विश्व स्तर पर जनसंख्या प्रजनन दर में तेजी से गिरावट आ रही है| माना जा रहा है कि यह बदलाव भविष्य में इंसानों पर ज्यादा असर डालेगा, 1950 के दशक से सभी देशों में जन्म दर में गिरावट आ रही है | 1950 में जनसंख्या प्रजनन दर 4.84% थी| जबकि 2021 तक यह घटकर 2.23% रह गई है, 2100 तक इसके घटकर 1.59% होने की संभावना है।
जहां एक समय में भारत तलाक जैसे मामलों में सबसे पीछे रहा करता था ,दुनिया में सबसे कम तलाक भारत में होते थे | लेकिन आंकड़े बताते हैं कि भारत में भी अब तलाक के मामले धीरे-धीरे बढ़ने लगे हैं| आखिरी जनगणना की मानें तो भारत में करीब 14 लाख लोग तलाकशुदा हैं ,जबकि 35 लाख ऐसे हैं जो पति या पत्नी से अलग-अलग रह रहे । एक आंकड़ा ये भी हैरान करता है कि शहरों की तुलना में गांवों में तलाकशुदा लोगों की संख्या ज्यादा है | शहरों में 5.04 लाख तलाकशुदा साल 2011 के आंकड़ों के अकॉर्डिंग हैं..तो वही गांवों में 8.58 लाख से ज्यादा | इतना ही नहीं, गांवों में लगभग 24 लाख लोग ऐसे हैं जो पति या पत्नी से अलग रह रहे थे ! और अब एक और बड़ा खुलासा जो हुआ है उसे जान लोग हैरान है और सोच रहे हैं कि आखिर हमारी संस्कृति हमारी परंपराएं कहां जा रही हैं , रिश्तो की डोर आखिर इतनी कमजोर क्यों हो रही है | इसका समाधान निकालने के बजाय लोग ऐसे रिश्तों में और उलझते जा रहे हैं और अगर ऐसे मामले नहीं रोक गए तो शोध के बाद जो यह दावा किया जा रहा है कि आने वाले 75 साल बाद लोग शादी नहीं करेंगे यह दावा सच साबित होगा।