
बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड (BSEB) ने 10वीं कक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया है। हर साल की तरह इस बार भी लाखों छात्रों ने परीक्षा दी थी, लेकिन सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि ‘टॉपर्स की फैक्ट्री’ कहे जाने वाले सिमुलतला आवासीय विद्यालय का कोई भी छात्र टॉप 3 में जगह नहीं बना पाया। यह खबर हर किसी के लिए हैरानी भरी है। आखिर ऐसा क्यों हुआ? आइए जानते हैं पूरी जानकारी |
बिहार बोर्ड मैट्रिक परीक्षा 2025 का रिजल्ट अब आधिकारिक रूप से घोषित कर दिया गया है। इस बार परीक्षा में बैठने वाले लाखों छात्रों और उनके परिवार के लिए यह बहुत अहम घड़ी है। छात्र अब अपना रिजल्ट biharboardonline.bihar.gov.in पर जाकर देख सकते हैं। इस साल परीक्षा परिणाम को लेकर छात्रों के बीच काफी उत्साह और तनाव दोनों देखने को मिला।
वही अगर आप भी अपना रिजल्ट चेक करना चाहते हैं, तो-
1. सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट biharboardonline.bihar.gov.in पर जाएं।
2. ‘बिहार बोर्ड मैट्रिक रिजल्ट 2025’ के लिंक पर क्लिक करें।
3. अपना रोल नंबर और रोल कोड दर्ज करें।
4. सबमिट करते ही आपका रिजल्ट स्क्रीन पर दिखाई देगा।
5. अपने रिजल्ट का प्रिंटआउट निकालना न भूलें, ताकि भविष्य में इसका उपयोग किया जा सके।
इस साल दसवीं के एग्जाम में करीब 15 . 85 लाख छात्र शामिल हुए थे इनमे से लगभग 13 लाख स्टूडेंट्स पास हुए है और इस बार दसवीं का पासिंग परसेंटेज 82 . 11 फीसदी रहा | वही टॉप 6 से 10 तक 98 छात्र है |और सबसे ख़ास बात ये है की टॉप 3 , छात्राये है और एक छात्र है । इंटर के रिजल्ट में भी लड़कियों ने बाज़ी मारी थी और अब मेट्रिक में भी लड़कियों ने ही परचम लरहरया है |
इसके अलावा, समस्तीपुर की साक्षी कुमारी चम्पारण की अंशु कुमारी और भोजपुर के रंजन कुमार मेट्रिक परीक्षा में फर्स्ट TOPPER बने है | तीनो के नो. 489 रहे और परसेंटेज 97.80 रहा|
सिमुलतला आवासीय विद्यालय को अब तक ‘टॉपर्स की फैक्ट्री’ कहा जाता था, क्योंकि हर साल यहां के छात्र टॉप रैंक हासिल करते थे। लेकिन इस साल इस स्कूल का कोई भी छात्र टॉप 3 में नहीं आ पाया। यह पहली बार हुआ है कि सिमुलतला स्कूल का दबदबा नहीं दिखा।
शिक्षाविदों का मानना है कि यह कई कारणों से हो सकता है:
वही इसको लेकर कई सवाल उठ रहे है जैसे की क्या परीक्षा प्रणाली में कोई बदलाव किया गया है?
क्या छात्रों की तैयारी में कमी रही?
क्या अब दूसरे स्कूलों के छात्र भी बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं?
क्या ऑनलाइन पढ़ाई का असर सिमुलतला के छात्रों पर पड़ा है?
वही बोर्ड और स्कूल प्रशासन से इस पर प्रतिक्रिया ली जा रही है।
रिजल्ट जारी होने के बाद छात्रों और अभिभावकों की अलग-अलग प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। कुछ छात्र अपने अंकों से संतुष्ट हैं, तो कुछ रीचेकिंग के लिए आवेदन करने की योजना बना रहे हैं। वहीं, सिमुलतला स्कूल के छात्रों और शिक्षकों में निराशा देखने को मिल रही है।एक छात्र ने कहा, “हमने बहुत मेहनत की थी, लेकिन फिर भी हमें टॉप 3 में जगह नहीं मिली। हमें उम्मीद है कि आगे और अच्छा प्रदर्शन करेंगे।”
वहीं, एक अभिभावक का ये भी कहना है की “बोर्ड को ट्रांसपेरेंसी बनाए रखनी चाहिए। हर साल की तरह इस साल भी अच्छे छात्रों को उनकी मेहनत का पूरा फल मिलना चाहिए।”
जो छात्र अपने अंकों से संतुष्ट नहीं हैं, वे रीचेकिंग के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया जल्द शुरू होगी। वहीं, जो छात्र एक या दो विषयों में फेल हो गए हैं, उनके लिए बोर्ड कंपार्टमेंट परीक्षा का आयोजन करेगा।प्रथम श्रेणी प्राप्त करने वाले छात्रों के लिए सरकार द्वारा स्कालरशिप की भी व्यवस्था की गई है। साथ ही जो छात्र उच्च शिक्षा में रुचि रखते हैं, वे अब अपनी आगे की पढ़ाई के विकल्पों पर ध्यान दे सकते हैं।
वही विकल्प की बात करे तो
इंटरमीडिएट के लिए साइंस, आर्ट्स, या कॉमर्स स्ट्रीम का चयन कर सकते है स्टूडेंट्स
आईआईटी, मेडिकल, यूपीएससी या अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारीकर सकते है
यह थी बिहार बोर्ड मैट्रिक रिजल्ट 2025 से जुड़ी डिटेल्ड जानकारी। इस बार सिमुलतला स्कूल के छात्रों का टॉप 3 में न होना निश्चित रूप से एक नई चर्चा को जन्म देगा। क्या यह शिक्षा व्यवस्था में बदलाव का संकेत है, या फिर सिर्फ एक संयोग? यह तो आने वाले दिनों में साफ होगा।