
बिहार विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है वैसे-वैसे बिहार के राजनीतिक गलियारे में हलचल तेज होती जा रही है । भाजपा लालू के गृह जिले में घुसकर कब्जा करने के फिराक में है और ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि हाल ही में गोपालगंज में ही पंडित धीरेंद्र शास्त्री पहुंचे थे जहां हिंदू राष्ट्र बनाने जैसी बड़ी बात की गई विपक्षियों को बाबा ने निशाने पर भी लिया और अब देखिए अमित शाह भी गोपालगंज से ही चुनावी अभियान की शुरुआत करने जा रहे है तो यह कहना गलत नहीं होगा कि लाल के गृह जिले से भाजपा ने अपना मोर्चा खोल दिया है। कभी हिंदुत्व की बात तो कभी चुनावी जनसभा भाजपा के निशाने पर है लालू का गृह जिला।
अमित शाह बिहार आ रहे हैं और गोपालगंज में बड़ी सभा भी करने वाले हैं। जिसकी तैयारी शुरू कर दी गई है इसी के तहत हाल ही में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल भी गोपालगंज पहुंचे और केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह के आगमन को लेकर तैयारियों का जायजा लिया। जिस दौरान उन्होंने भाजपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक भी की।
गोपालगंज जाने के क्रम में भाजपा अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल का विभिन्न स्थानों पर भव्य स्वागत किया गया। गोपालगंज पहुंचने पर भाजपा अध्यक्ष डॉ. जायसवाल ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 30 मार्च को गोपालगंज पहुंचने वाले हैं। दिलीप जायसवाल का कहना था कि गृह मंत्री के आगमन को लेकर गोपालगंज न केवल तैयार है बल्कि भाजपा संग इतिहास रचने को भी यह इलाका तैयार हो चुका है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की होने वाली जनसभा में बड़ी भीड़ उमड़ने वाली है। जनसभा को लेकर आवश्यक सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। उनके आगमन को लेकर लोगों में उत्साह और उमंग भी देखने को मिल रहा है। भाजपा अध्यक्ष डॉ. जायसवाल ने इस दौरे के क्रम में जिला भाजपा कार्यालय पहुंचे और नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक भी की। उन्होंने इस बैठक में संगठन की मजबूती और विजय संकल्प को लेकर आगे बढ़ने की बात कही।
बाकी सिर्फ गोपालगंज ही नहीं बल्कि सारण से भी 15 हजार कार्यकर्ता गोपालगंज में गृहमंत्री की रैली में शिरकत करने वाले हैं।
गोपालगंज के न्यू पुलिस लाइन चैनपट्टी में मंत्री अमित शाह की विशाल रैली की तैयारी भाजपा ने शुरू कर दी है। और अब जब से यह बात सामने आई है कि गोपालगंज में अमित शाह गरजेंगे तब से बाबा बागेश्वर को भी लोग याद कर रहे हैं बाकी बाबा बागेश्वर और अमित शाह दोनों को जोड़ कर देखा जाए तो भाजपा ने चुनावी शंखनाद के लिए गोपालगंज को ही चुना और अब इसके कारण सियासी बवाल मचा हुआ है।
बाकी पटना में भी अमित शाह एनडीए के साथ बड़ी बैठक करेंगे और यहां सीट शेयरिंग आने वाले चुनाव की तैयारी कार्यकर्ताओं से बिहार के अलग-अलग जिलों का हाल जानने की कोशिश की जाएगी सीट शेयरिंग को लेकर भी चर्चाएं हो सकती हैं। चुनावी रणनीति बनाई जाएगी तो अब इंतजार है तो अमित शाह के बिहार आने का और एक बार फिर से अमित शाह से जब यह सवाल किया जाएगा की क्या बीजेपी से कोई अगला सीएम बिहार का होगा या फिर नीतीश कुमार ही मुख्यमंत्री के तौर पर फिर से शपथ लेंगे..तो इसका जवाब अमित शाह क्या देते हैं इसका भी इंतजार रहेगा।