
बिहार की राजनीति में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अबूझ पहेली बन चुके हैं. पिछले तीन दशकों से बिहार की राजनीति को अपने इशारे पर चलाने वाले नीतीश कुमार शायद खुद नहीं समझ पा रहे हैं कि उन्हें क्या करना है. फिलहाल इसके पीछे सबसे बड़ा कारण तो उनकी उम्र और स्वास्थ्य ही है. वर्ना आज भी आरजेडी हो या बीजेपी दोनों ही उन्हें इग्नोर करने की स्थिति में नहीं है. बिहार की राजनीति का यह सितारा अगर अगर चुप्पी का आवरण ओढ़ लेता है तो भी राज्य की राजनीति गोते लगाने लगती है. बिहार ही नहीं पूरे देश को लोग उनके हर कदम की बहुत उत्कंठा से प्रतीक्षा करते हैं.
वैसे नीतीश कुमार पलटी मारेंगे। यह बातें अब सुर्खियों में छाई हुई है बीते दिन लाल यादव ने भी नीतीश कुमार को बड़ा ऑफर दिया जिससे नीतीश कुमार के पलटी मारने की बात को और हवा मिल गई। लेकिन अब नीतीश कुमार ने तमाम अटकलों को खत्म करते हुए बिहार में चल रही पार्टी की प्रगति यात्रा के दौरान कहा कि उनके द्वारा दो बार पक्ष बदलना एक गलती थी और अब वह हमेशा के लिए भाजपा-नेतृत्व वाले एनडीए के साथ रहेंगे.
दरअसल बीते दिन राजद प्रमुख लालू यादव ने नीतीश कुमार को बड़ा ऑफर दिया। उन्होंने कहा कि मैने नीतीश कुमार को माफ कर दिया। अब अगर वो राजद में आना चाहते हैं तो आ जाए। दरवाजा उनके लिए खुली हुई हैं। इसके बाद खूब बयान बाजी भी हुई लोग तरह-तरह की बातें करने लगे लेकिन जेडीयू इससे साफ इंकार करती रही लेकिन अब लाल यादव के बड़े ऑफर पर नीतीश कुमार ने जो प्रतिक्रिया दी है उसे सुनकर शायद जितनी भी बातें नीतीश कुमार को लेकर चल रही है उसपर पूर्ण विराम लगा गया हैं।
आपको बता दे नीतीश कुमार फिलहाल अपनी प्रगति यात्रा पर हैं। इसी दायरे उन्होंने एक बार फिर लालू यादव के ऑफर पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि। हम कही भी जाएंगे। हम दो बार इधर उधर गए अब कही नहीं जाएंगे। पहले आप खुद सुन नीतीश कुमार ने क्या कुछ कहा।
प्रगति यात्रा के दूसरे चरण में मुजफ्फरपुर पहुंचे सीएम नीतीश कुमार ने उनके पाला बदलने को लेकर चल रही कयासबाजियों और अटकलों पर विराम लगा दिया. नीतीश कुमार ने मीडिया कर्मियों से बात करते हुए बहुप्रतीक्षित जवाब देते हुए कहा कि हम दो बार गलती से इधर से उधर चले गए थे. अब हमेशा साथ रहेंगे और बिहार के साथ देश का विकास करेंगे. सीएम नीतीश कुमार के इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में चल रहे पाला बदलने के अटकलों पर विराम लग गया है. वैसे नीतीश कुमार से जब भी पलटने वाली बात की जाती है तो नीतीश कुमार हमेशा रत रतिया चीज ही बोलते हुए नजर आते हैं लेकिन अब इसी रत रतिया बातों पर नीति प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी निशाना साथ दिया है। तेजस्वी ने अपने मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट करके नीतीश कुमार पर निजी स्वार्थ और दूसरों के बहकावे में आने का आरोप लगाया। तेजस्वी ने नीतीश कुमार के राजनीतिक सफर पर भी तंज कसा। उन्होंने इशारों-इशारों में अपनी और अपने परिवार की भूमिका को बढ़ा-चढ़ाकर बताया। तेजस्वी ने मुख्यमंत्री की मानसिक और शारीरिक स्थिति पर भी सवाल उठाए। उन्होंने दावा किया कि नीतीश कुमार को चार लोग चला रहे हैं, जिससे पूरे राज्य को नुकसान हो रहा है।
तेजस्वी यादव ने X पर लिखा है कि 2005 से पहले किसी के पास चेहरा था? 2005 के बाद सब बढ़िया चेहरा तो हम ना लगवाए है जी! यानी 2005 से पहले किसी की राजनीतिक पहचान नहीं थी। उनका कहना है कि 2005 के बाद जो भी राजनीतिक पहचान बनी, वह उनकी और उनके वजह से बनी। उन्होंने आगे लिखा कि पहले कोई बोलती थी? उ तो हम ना सिखाए है जी! मतलब पहले कोई अपनी बात नहीं रख पाता था, यह भी उन्होंने ही सिखाया है। तेजस्वी ने व्यंग्यात्मक अंदाज में लिखा कि 2005 से पहले सृष्टि थी? उ तो हम पैदा किए है जी! उन्होंने लिखा कि जरा एक-एक बात याद रखना, क्या पता इ मोबाइलवा सारी दुनिया ना खत्म कर दें?
तेजस्वी ने नीतीश कुमार पर यह भी आरोप लगाया कि उनके मंत्री और अधिकारी भी उन पर भरोसा नहीं करते। उन्होंने लिखा कि महीनों बाद किचन कैबिनेट के अधिकारियों ने बोलना सिखाया, इतना रटाया फिर भी वही बोला जो बोलना था। उन्होंने एक घटना का भी जिक्र किया जहां एक मंत्री नीतीश कुमार को टोकते रहे। तेजस्वी ने लिखा कि किस प्रदेश में ऐसे मुख्यमंत्री हैं जिनके व्यक्तव्य के दौरान उनके जूनियर मंत्री की भी समानांतर कमेंट्री और ध्यान भटकाने के लिए बनावटी हंसी-ठहाका चलता रहता है? अब तो मंत्रियों और अधिकारियों को सीएम पर भरोसा भी नहीं कि पता नहीं वो कब क्यों कहां और कैसे क्या बोल दें?
तेजस्वी ने आगे लिखा कि प्रत्यक्ष प्रमाण है कि कैसे चार लोग सीएम को चला रहे है। अगर कोई इंसान अस्वस्थ है (मानसिक और शारीरिक) और उस अस्वस्थता का फायदा 4 व्यक्तियों को और नुकसान पूरे राज्य का है तो इसका खामियाज़ा 14 करोड़ प्रदेशवासियों को नहीं भुगतना चाहिए। अब तेजस्वी की बात से तो यही लग रहा है कि नीतीश कुमार को कोई चार नेता या अधिकार ही चला रहे हैं खैर तेजस्वी ने नाम तो नहीं लिया लेकिन कहीं ना कहीं इशारों में बड़ी बात कह दी। लेकिन अब नीतीश ने भी पलटने वाली बात पर बड़ा बयान दिया है खैर पानी वाला चूना ही बताया पाएगा एक नीतीश कुमार पलटी मारेंगे एक बार फिर कि नहीं