
कर न सके इकरार तो कोई बात नहीं, मेरी वफा का इन्हें ऐतबार तो है, कुछ इसी शायराना अंदाज में चुनाव आयोग ने दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। इस खबर में आपको हम बताएंगे कब है वोटिंग.. कब है परिणाम और कब तय होगा कौन बनेगा दिल्ली का राजकुमार..!
दिल्ली के दंगल का चुनावी शंखनाद हो गया. दिल्ली में चुनाव कब होंगे- कब नतीजे आएंगे, चुनाव आयोग ने इसका पूरा शेड्यूल जारी कर दिया. दिल्ली में 5 फरवरी को वोटिंग होगी और 8 फरवरी को नतीजे आएंगे.
जी हां.. चुनाव आयोग ने इसके लिए आज दोपहर 2 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस की. दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल 23 फरवरी को समाप्त हो रहा है. दिल्ली में विधानसभा की कुल 70 सीटें हैं. सभी सीटों पर वोटिंग होगी. 2020 में 6 जनवरी को चुनावी तारीखों का ऐलान किया गया था. 8 फरवरी को वोटिंग के बाद 11 फरवरी को वोटों की गिनती की गई थी. आम आदमी पार्टी को बंपर जीत मिली थी. चुनाव में आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की कुल 70 विधानसभा सीटों में से 62 सीटों पर जीत दर्ज की थी, जबकि भाजपा ने आठ सीटों पर ही जीत हासिल की थी ।
इस बार दिल्ली में विधानसभा में चुनाव 5 फरवरी को सिंगल फेज में होगा। रिजल्ट 8 फरवरी को आएगा। यह जानकारी चुनाव आयोग ने आज दी। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि देश की राजधानी में डेढ़ करोड़ वोटरों के लिए 33 हजार बूथ बनाए गए हैं। 83.49 लाख पुरुष, उन्नासी लाख महिला वोटर्स हैं। 0.8 लाख नए वोटर्स है। 830 वोटर 100 साल की उम्र से ज्यादा हैं।
इससे पहले मुख्य चुनाव आयुक्त ने चुनावी प्रक्रिया में गड़बड़ी के आरोपों पर 30 मिनट तक फैक्ट्स के साथ सफाई दी। उन्होंने कहा कि चुनाव में वोटर्स बढ़ाने, खास वर्ग को टारगेट करने के आरोप गलत हैं। चुनावी प्रक्रिया को खत्म करने में वक्त लगता है। यह सब एक तय प्रोटोकॉल के तहत होता है। राजीव कुमार ने 3 शायरी भी सुनाईं।
दिल्ली विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 23 फरवरी को खत्म हो रहा है। इसके अलावा मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार 18 फरवरी को रिटायर हो रहे हैं। इसके चलते 18 फरवरी से पहले चुनाव प्रक्रिया पूरी कराए जाने की संभावना है।
2020 के विधानसभा चुनावों की घोषणा 6 जनवरी को हुई थी। विधानसभा की सभी 70 सीटों पर 8 फरवरी 2020 को सिंगल फेज में वोटिंग हुई थी और 11 फरवरी को नतीजे घोषित हुए थे।2020 में आम आदमी पार्टी (AAP) को 53.57% वोट के साथ 62 सीटें मिली थीं, जबकि भाजपा को 8 सीटों सहित कुल 38.51% वोट मिले थे। वहीं, कांग्रेस को 4.26% वोट मिले थे लेकिन पार्टी अपना खाता खोलने में भी नाकाम रही थी। 2015 के चुनाव में भी कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली थी, तो वही 2020 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) ने 70 में से 62 सीटों पर जीत दर्ज की थी. बीजेपी 8 सीटें जीती. वहीं कांग्रेस के हाथ खाली रहे. 2015 के चुनाव में आप ने 67 सीटों पर जीत दर्ज की थी. तब बीजेपी को मात्र तीन सीटें मिली थी. कांग्रेस के हाथ तब भी खाली रहे ।
2013 में आप ने कांग्रेस के साथ गठबंधन कर सरकार बनाई थी, ये सरकार ज्यादा दिन नहीं चल सकी. इससे पहले 15 सालों तक कांग्रेस दिल्ली में सत्ता में रही. बीजेपी 25 सालों से अधिक समय से दिल्ली की सत्ता से दूर है….
इस बार बीजेपी ने जी जान लगा दिया है तो वही Arvind Kejriwal भी फिर से मुख्यमंत्री बनने को तैयार बेकरार बैठे हैं।