क्या है बिहार का BGY सिस्टम, बदला ऑटो का नियम, तीन रंग के ऑटो से जाम की समस्या बनेगी HISTORY

पटना में अगर आपको ऑटो पर बैठना है तो यह नियम जान लीजिए, अब B G Y प्लान के तहत पटना में ऑटो चलेगा।

पटना में बढ़ते ट्रैफिक जाम और परिवहन की समस्याओं को लेकर प्रशासन ने एक नया प्लान तैयार किया है। इस नए सिस्टम का मुख्य उद्देश्य शहर में जाम की समस्या को कम करना और लोगों को बेहतर यातायात सुविधाएं प्रदान करना है। नए प्लान के तहत, ऑटो और ई-रिक्शा के संचालन के लिए शहर को तीन अलग-अलग जोन में बांटा गया है। इस योजना के अनुसार, प्रत्येक जोन में निर्धारित संख्या में ही ऑटो और ई-रिक्शा चल सकेंगे। इसके अलावा, कुछ विशिष्ट स्थानों के लिए ‘फ्री जोन’ परमिट भी जारी किए जाएंगे, जिससे वे किसी भी जोन में बिना रोक-टोक के आ-जा सकेंगे। इस नए सिस्टम के तहत, पटना शहर को तीन प्रमुख जोन में बांटा गया है: हरा, पीला और नीला। ये जोन ऑटो और ई-रिक्शा की संख्या को नियंत्रित करेंगे। हरे जोन में 8792, पीले जोन में 6239 और नीले जोन में 3150 ऑटो चलने की अनुमति होगी। इस योजना के लागू होने के बाद, इन जोनों में केवल वही ऑटो और ई-रिक्शा चल सकेंगे जो संबंधित जोन में पंजीकृत होंगे, जिससे सड़कों पर अनावश्यक वाहनों की संख्या कम होगी और ट्रैफिक जाम की समस्या में सुधार होगा।

एक और महत्वपूर्ण पहलू इस नए सिस्टम में ‘फ्री जोन’ परमिट की है। यह परमिट विशेष परिस्थितियों में प्रयोग किए जाएंगे। अस्पतालों, परीक्षा केंद्रों, और अन्य emergency सेवाओं के लिए ऑटो को यह परमिट दिया जाएगा। इसके तहत, यह ऑटो किसी भी जोन में आ-जा सकेंगे। इस कदम से लोगों को अस्पतालों, स्कूलों और अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर बिना किसी बाधा के जल्दी पहुंचने में मदद मिलेगी। इन स्थानों पर ऑटो की आवाजाही को सुगम बनाने के लिए यह निर्णय लिया गया है।

पटना में कुल 18181 ऑटो और ई-रिक्शा के संचालन की अनुमति दी जाएगी। इसके तहत, सबसे व्यस्त रूट जैसे पटना जंक्शन से कंकड़बाग, कुम्हरार, गुलजारबाग होते हुए पटना सिटी पर 3576 ऑटो चलेंगे। गांधी मैदान से भी 1696 ऑटो चलने की योजना है। इन रूट्स पर ऑटो की संख्या निर्धारित की गई है ताकि जाम की समस्या को नियंत्रित किया जा सके और यातायात व्यवस्था सुचारू बनी रहे।
इस नए सिस्टम के लागू होने के बाद, पटना की सड़कों पर ट्रैफिक जाम की समस्या में कमी आने की उम्मीद है। शहर में ज्यादा ऑटो नहीं चलेंगे, जिससे यातायात की गति बेहतर होगी। इसके अलावा, विभिन्न जोन के तहत ऑटो का संचालन एक सुव्यवस्थित तरीके से किया जाएगा, जिससे सार्वजनिक परिवहन की स्थिति में सुधार होगा।

प्रशासन का कहना है कि इस व्यवस्था से आने वाले दिनों में जाम की समस्या में काफी कमी आएगी। ट्रैफिक के आंकड़ों और जरूरतों को देखते हुए रूट्स और ऑटो की संख्या में समय-समय पर बदलाव किया जा सकता है। इससे यह सुनिश्चित होगा कि यातायात हमेशा शहर की जरूरतों के अनुरूप होगा और अधिकतम लाभ प्राप्त होगा।
इस नए योजना के लागू होने से पटनावासियों को काफी लाभ हो सकता है। सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि यातायात में आसानी होगी और लोगों को यात्रा करने में कम समय लगेगा। इसके अलावा, जाम से निजात मिलने के कारण शहर में प्रदूषण भी कम होगा, जो कि पटना की बढ़ती आबादी और गाड़ियों की संख्या को देखते हुए एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
पटना में लागू होने वाला यह नया ‘तीन कलर’ ऑटो सिस्टम ट्रैफिक जाम और अव्यवस्थित यातायात को नियंत्रित करने के लिए एक प्रभावी कदम हो सकता है। इससे न केवल शहर में यातायात की गति में सुधार होगा, बल्कि लोगों को बेहतर परिवहन सुविधाएं भी मिलेंगी। इस प्रणाली के तहत, पटना में सड़क पर चलने वाली ऑटो और ई-रिक्शा की संख्या पर नियंत्रण रखा जाएगा, जिससे सड़क पर भीड़ कम होगी और पटनावासियों को यात्रा में आसानी होगी। अगर यह योजना सफल रहती है, तो इसे अन्य शहरों में भी लागू किया जा सकता है।

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    Ram Nandan Kumar

    Ram Nandan Kumar is a dedicated reporter with Star TV Bihar, known for his insightful reporting on regional news, current affairs, and impactful stories from across Bihar.

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