
वक्फ पर दो भागों में बंटा JDU, आज होगा फैसला। मात्र 24 घंटे का था वक्त,चिराग और नीतीश को तोड़नी होगी अपनी चुप्पी।
वक्फ संशोधन बिल JPC में चर्चा के बाद कल यानी दो अप्रैल को संसद में पेश किया जाएगा। इस बिल को लेकर संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजीजू की बीजेपी के लोकसभा सचेतकों के साथ आज बैठक हो गई है। वहीं, इस बिल को मंजूरी मिलने से पहले सियासत भी गरमाई हुई है। एनडीए के भीतर जदयू दो हिस्सों में बट गया है एक तरफ नीतीश कुमार और नीतीश के खास ललन सिंह और संजय झा है और दूसरी तरफ JDU के बाकी नेता जो वक्फ का विरोध कर रहे हैं।
महीनों से वक्फ मामला गरमाया हुआ है और ऐसे में अब कल का दिन बेहद खास है क्योंकि कल वक्फ संशोधन बिल को संसद में पेश किया जाएगा।
इसके ठीक पहले जदयू के नेताओं में वक्फ विधेयक को लेकर दरार वाली स्थिति बन गई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पार्टी से MLC गुलाम गौस ने वक्फ (संशोधन) विधेयक का विरोध किया | उन्होंने केंद्र सरकार पर बार-बार अनुचित नीतियों के जरिए अल्पसंख्यकों को निशाना बनाने का आरोप लगाया|
गुलाम गौस ने साफ कहा है कि मैं वक्फ संशोधन विधेयक का विरोध करने वाला पहला व्यक्ति था|जब से यह केंद्र सरकार आई है, कभी लव जिहाद, सीएए, मॉब लिंचिंग, ट्रिपल तलाक और अब वक्फ यह हमारा धार्मिक मामला है.| केंद्र पर वार करते हुए JDU-MLC कहते हैं कि आपने हमारे अधिकारों की रक्षा के लिए कुछ नहीं किया| उन्होंने कहा कि विविधता में एकता हमारी विशेषता है. मैं निश्चित रूप से इन सभी मुद्दों को CM नीतीश के सामने उठाऊंगा |
आपको जानकारी के लिए बता दे..की हाल ही में JDU-MLC गुलाम गौस एक दिन पहले ईद के दौरान राजद सुप्रीमो लालू यादव से मिलने पहुंचे थे.| उनकी इस मुलाकात से कई तरह की सियासी चर्चा होने लगी थी.| इन सबके बीच अब उन्होंने वक्फ संशोधन विधेयक भी कर दिया है और अपने ही गठबंधन पर सवाल उठाएं हैं.. केंद्र सरकार को आड़े हाथों ले लिया है.| गुलाम गौस ने कहा कि मौलाना आज़ाद फाउंडेशन द्वारा दी जाने वाली छात्रवृत्ति भी बंद कर दी गई.| इसके साथ ही कई ऐसे मामले सामने आए हैं जिसमें अल्पसंख्यक समुदायों को निशाना बनाया है.| हम अपने अधिकारों की रक्षा के लिए सभी मुद्दों पर सीएम नीतीश के सामने अपनी बात रखेंगे। अब JDU-MLC गुस्से में हैं और ऐसे में कल जब संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार कल लोकसभा में वक्फ बोर्ड संशोधन बिल पेश करेगी |. इस पर आठ घंटे की चर्चा के बाद वोटिंग होगी | इससे पहले इस बिल को संसदीय समिति के पास भेजा गया था |
समिति ने बिल में कई संशोधन सुझाएं हैं | इन सुझावों को कैबिनेट से मंजूरी मिली गई है| अब बिल पेश होने के बाद इसके फाइनल स्वरूप का पता चलेगा | विपक्षी दल इस बिल का पुरजोर तरीके से विरोध कर रहे हैं| उनका कहना है कि इससे सरकार मुस्लिमों की दान की संपत्ति पर कब्जा करना चाहती है.| वहीं सरकार का कहना है कि वक्फ बोर्ड की लाखों एकड़ की जमीन और अरबों रुपये की संपत्ति के बेहतर प्रबंधन और उसका गरीब और पिछड़े मुस्लिम समुदाय के कल्याण में इस्तेमाल के लिए इस विधेयक को कानूनी शक्ल देना जरूरी है। अब होगा क्या ये वक्त बताएगा कल का इंतज़ार है देखना होगा जिस बिल का विरोध मुस्लिम समाज कर रहा है इसपर आखिकार फैसला क्या आता है | नीतीश कुमार की पार्टी से कितना समर्थन मिलता है चिराग क्या करते हैं। इसपर कोई अपडेट आती है तो जल्द ही आपको बताएंगे।